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तेरे लिये
चाँद सितारोसे उम्र मांगके लाइ हुं तेरे लिये,
फुलोसे ताजगी मांगके लाइ हुं तेरे लिये.
पंछिसे रागनी मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
बारीशसे नमी मांगके लाई हुं तेरे लिये।
लब्जोसे शायरी मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
जिंदगीसे सांसे मांग के लाइ हुं तेरे लिये।
खुदासे जान मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
आंखोसे सपना मांगके लाइ हुं तेरे लिये.
सपना

भीगी भीगी बारीशसी तेरी याद,
खुशबुकी तरह महकती तेरी याद,
जैसे कोई जन्नतकि गलियोंसे गुज़रे,
पंछिकी तरह चहकती तेरी याद।
सपना

रिश्ते
मधुर मधुर है अपने रिश्ते,
दिलको बहलाते यह रिश्ते,
दिलको सहलाते यह रिश्ते,
मुलायमसे अपने यह रिश्ते।
सपना

दर्द
गूंगे रहना ,बेहरे हो जाना,
एक मुर्देकी तरह जीना,
बस यहीं अपनी किस्मत है,
बस यहीं है अपना जीना।
सपना

तलाश
जहाँसे वापस न आ सके वह रास्ता चुना है मैंने ,
कलियोंकी आरज़ुमे कांटोसे दामन भरा है मैंने,
तेरा मिलना कभी मुमकिन ही नही है,लेकिन
तेरी तलाशमे इधर उधर भटकना चुना है मैंने.
सपना

आदत
धीरे धीरेसे दिलमे आजानेकी आदत,
अपना घर समजके रह जानेकी आदत।
आके फ़िर कभी न जानेकी आदत ,
तेरी आदतोकी पड़ गई है मुझे आदत।
सपना

जादूगिरी
तेरे प्यारकी जादूगिरी क्या कहना ,
जैसे कोई मुर्देमें जान पड़ गई हो।
तेरे हाथोकी गर्मीका क्या केहना ,
जैसे क़लेजेमे ठंडक पड़ गई हो।
सपना

काश मैं तेरे जेसी होती
न मिलनेके ख्वाब देखती,
न मिलनेकी खुशी होती,
न बिछड़ने पर आँख रोती,
न जुदाइकी शिकायत होती,
न वादे होते, न कसमे होती
न दिलमें बेकरारीसी होती,
काश मैं तेरी जेसी होती।
सपना

नाम
ऐसे लरज़ जाता हैं दिल तेरे नामसे,
जैसे पत्ता थीरक जाता हैं हवाके जोंकोसे,
लोग कहते हैं की इश्क पुराना नहीं होता,
अब भी दिल धडक जाता हैं तेरे नामसे।
सपना

याद
दिलको निचोडके,
तेरी याद दिलसे फेंकी।
दिलकी ज़मीन
आंसुओसे भीग गई ,
फिरसे गीली गीली
दिलकी ज़मीन।
फिरसे निचोडा दिलको,
न निकली तेरी याद,
मैं और दिल
ख़ामोश बनके
दिलकी ज़मीन पे,
तेरे कदमोके निशां तकते है।
सपना

बात हो जाती है
कई अफ़साने बन जाते है,
तेरे गुलाबसे होंठ खुलते है,
अधूरी सी बात हो जाती है,
जब तेरे नैन मिलते है,
देखती रह जाती है शबनम,
तेरी आँखोसे मोती टपकते है।
सपना


लम्हे
तुम्हारे साथ गुजारे हुए वोह लम्हे,
जैसे गुलोमे खुश्बूका घोलना .
तुम्हारे अल्फाजे-शीरीं कानोमे,
जैसे जीवनमे शहदका घोलना.
सपना

मौत
सब रिश्ते ख़तम करके गई,
मौत आई सबसे जुदा करके गई,
पता था अकेले ही जाना है हमें ,
फ़िर भी जाने क्यों तनहा करके गई।
सपना

मेरे दोस्त (ब्लोगके)
दिलोकी हर सरगोशिया जानते है यह ,
अपनोसे छुपाया हुआ राज जानते है यह।
समजते थे कोई नही समजता हमें,
हमारी रंजो और गम बांटते है यह।
खुदाने अछा ज़रिया निकाला मिलानेका,
सबको एक ही मालामे बांधते है यह।
नहीं जानती कोन है,कहासे है यह,
बेनाम चहेरोसे दोस्ती निभाते है यह।
फरियाद सुनते है हर फ़रयादिकी,
दिलोके रोग पर मरहम लगाते है यह।
जरुरी नहीं चहेरा जुडा हो नामके साथ,
अनजाने चहरेपे जान छिड़कते है यह।
कोई तलत कोई पूजा तो कोई है काश,
मिलके महोबतका मज़हब निभाते है यह।
सपना न सोचा कर क्या लगते है यह,
अपने है ,अपनोके काम आते है यह।
सपना

जुदा नहीं
मेरी ख्यालोमे खुशबूकी तरह महेकता है,
दिलके विरानेमे गुलाबकी तरह खिलता है ,
मेरी तन्हाइमे बुल्बुलकी तरह चहेकता है,
कोन केहता है की तू और मै जुदा है?
तू मेरे वजुदमे लहू की तरह दोड़ता है।
सपना