Sunday, March 29, 2009


तुम्हारे बिना

एक जिंदगी थी ,या एक रात थी ,
गुजार दी तुम्हारे बिना।
जैसे अमावसकी रात ,
गुज़र जाती है चाँदके बिना।
बेबस शम्मा बुज जाती है,
जैसे परवानेके बिना।
कोई खास बात है आज ,
आ जाओ इनकारके बिना।
मुझे पता है तुम नही आओगे ,
जीना है मुझे तुम्हारे बिना।
महोबतका दिन, या गमकी श्याम ,
गुजारना है तुम्हारे बिना।
तुम उदास न हो दिलबर ,
सिख लिया है जीना तुम्हारे बिना।
"सपना " उदास रहेती है,फिरभी
मुस्कुराती है तुम्हारे बिना।

सपना

Thursday, March 26, 2009

तेरी याद



चंद अशार
मुठ्ठी बंध कर लेनेसे हाथ नही आता,
तू हे इन हवाओकी तरह ,
रेत की तरह सरक जाता हे हाथसे,
तू हे मेरे नसीबोकी तरह।


दिलको बेहला जाती हे तेरी याद,
दिलको सहला जाती हे तेरी याद ,
तुजसे तो अच्छी हे तेरी याद
दिलको तनहा नही छोड़ती तेरी याद।


खारे पानीकी कमी नही,
आंखोसे बेतहाशा बरसते हे ,
कमी तो हे एक अमृतके बुंदकी ,
जो तेरी आंखोसे टपकता हे।

दिल अरमानोसे खाली सही,
तेरी महोबतसे खाली नही,
जिंदगी खुशिओसे खाली सही,
तेरी यादोसे खाली नही।


दिलकी वीरान बस्तीमे ,
एक खामोशी हे, सन्नाटा हे,
अपने सायेसे भी डरती हुं में,
दिल इतना तनहा हे।

Friday, March 20, 2009

मेरे दोस्त

- मेरे दोस्त -


अंधेरोसे उजालोकी तरफ़ लेके आए,
विरानोसे बहारकी तरफ़ लेके आए,
खुशियोमे साथ साथ चले मेरे ,
उदासीमे भी हाथ थामे रहे मेरे,
कह्तेहे की खुदाकी नेअमत होते हे
अल्लाहने जोली भरदी इनकी महोबतसे,
सूखे पतोके बीच वीरान सड्कोपे ,
बहार बनके साथ साथ चले मेरे,
मेरे उदास चहेरेपे मुस्कराहट बनके,
मेरे अंधेरोमे चिराग बनके चले ,
सपनाको महोबत करना सीखाया,
सपनाके सपनोको सच कर दिया,
अपनोसे भी ज़्यादा करीब रहे मेरे,
ऐसे हे मेरे अपने ,मेरे दोस्त।

सपना