Monday, June 1, 2009

बारीश






बारीश
आसमानके सिनेको हल्का कर गई,
मेरे दिलके बोज़को दुगना कर गई।
पत्तोकी आंखोको गीला गीला कर गई,
फुलोके सिनेके छेद्को गहेरा कर गई।
मेरे दिलके ज़ख्मोको ताज़ा कर गई।
यह बारिश सबकुछ तबाह कर गई।
सपना

Wednesday, May 20, 2009

तेरे लिए


तेरे लिये

चाँद सितारोसे उम्र मांगके लाइ हुं तेरे लिये,
फुलोसे ताजगी मांगके लाइ हुं तेरे लिये.
पंछिसे रागनी मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
बारीशसे नमी मांगके लाई हुं तेरे लिये।
लब्जोसे शायरी मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
जिंदगीसे सांसे मांग के लाइ हुं तेरे लिये।
खुदासे जान मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
आंखोसे सपना मांगके लाइ हुं तेरे लिये.
सपना


Tuesday, May 19, 2009

याद



भीगी भीगी बारीशसी तेरी याद,
खुशबुकी तरह महकती तेरी याद,
जैसे कोई जन्नतकि गलियोंसे गुज़रे,
पंछिकी तरह चहकती तेरी याद।
सपना

रिश्ते




रिश्ते

मधुर मधुर है अपने रिश्ते,
दिलको बहलाते यह रिश्ते,
दिलको सहलाते यह रिश्ते,
मुलायमसे अपने यह रिश्ते।
सपना

दर्द



दर्द
गूंगे रहना ,बेहरे हो जाना,
एक मुर्देकी तरह जीना,
बस यहीं अपनी किस्मत है,
बस यहीं है अपना जीना।
सपना



Saturday, May 16, 2009



तलाश
जहाँसे वापस न आ सके वह रास्ता चुना है मैंने ,
कलियोंकी आरज़ुमे कांटोसे दामन भरा है मैंने,
तेरा मिलना कभी मुमकिन ही नही है,लेकिन
तेरी तलाशमे इधर उधर भटकना चुना है मैंने.
सपना

आदत



आदत
धीरे धीरेसे दिलमे आजानेकी आदत,
अपना घर समजके रह जानेकी आदत।
आके फ़िर कभी न जानेकी आदत ,
तेरी आदतोकी पड़ गई है मुझे आदत।
सपना



जादूगिरी
तेरे प्यारकी जादूगिरी क्या कहना ,
जैसे कोई मुर्देमें जान पड़ गई हो।
तेरे हाथोकी गर्मीका क्या केहना ,
जैसे क़लेजेमे ठंडक पड़ गई हो।
सपना

Thursday, May 14, 2009



काश मैं तेरे जेसी होती

न मिलनेके ख्वाब देखती,
न मिलनेकी खुशी होती,
न बिछड़ने पर आँख रोती,
न जुदाइकी शिकायत होती,
न वादे होते, न कसमे होती
न दिलमें बेकरारीसी होती,
काश मैं तेरी जेसी होती।
सपना

Monday, May 11, 2009




नाम
ऐसे लरज़ जाता हैं दिल तेरे नामसे,
जैसे पत्ता थीरक जाता हैं हवाके जोंकोसे,
लोग कहते हैं की इश्क पुराना नहीं होता,
अब भी दिल धडक जाता हैं तेरे नामसे।
सपना

Friday, May 8, 2009

याद



याद

दिलको निचोडके,
तेरी याद दिलसे फेंकी।
दिलकी ज़मीन
आंसुओसे भीग गई ,
फिरसे गीली गीली
दिलकी ज़मीन।
फिरसे निचोडा दिलको,
न निकली तेरी याद,
मैं और दिल
ख़ामोश बनके
दिलकी ज़मीन पे,
तेरे कदमोके निशां तकते है।
सपना

Wednesday, May 6, 2009

बात हो जाती है



बात हो जाती है

कई अफ़साने बन जाते है,
तेरे गुलाबसे होंठ खुलते है,
अधूरी सी बात हो जाती है,
जब तेरे नैन मिलते है,
देखती रह जाती है शबनम,
तेरी आँखोसे मोती टपकते है।
सपना





लम्हे
तुम्हारे साथ गुजारे हुए वोह लम्हे,
जैसे गुलोमे खुश्बूका घोलना .
तुम्हारे अल्फाजे-शीरीं कानोमे,
जैसे जीवनमे शहदका घोलना.
सपना

Tuesday, May 5, 2009

मौत



मौत
सब रिश्ते ख़तम करके गई,
मौत आई सबसे जुदा करके गई,
पता था अकेले ही जाना है हमें ,
फ़िर भी जाने क्यों तनहा करके गई।
सपना

Monday, May 4, 2009

मेरे दोस्त (ब्लोगके)



मेरे दोस्त (ब्लोगके)
दिलोकी हर सरगोशिया जानते है यह ,
अपनोसे छुपाया हुआ राज जानते है यह।

समजते थे कोई नही समजता हमें,
हमारी रंजो और गम बांटते है यह।
खुदाने अछा ज़रिया निकाला मिलानेका,
सबको एक ही मालामे बांधते है यह।
नहीं जानती कोन है,कहासे है यह,
बेनाम चहेरोसे दोस्ती निभाते है यह।
फरियाद सुनते है हर फ़रयादिकी,
दिलोके रोग पर मरहम लगाते है यह।
जरुरी नहीं चहेरा जुडा हो नामके साथ,
अनजाने चहरेपे जान छिड़कते है यह।
कोई तलत कोई पूजा तो कोई है काश,
मिलके महोबतका मज़हब निभाते है यह।
सपना न सोचा कर क्या लगते है यह,
अपने है ,अपनोके काम आते है यह।
सपना

Friday, May 1, 2009



जुदा नहीं
मेरी ख्यालोमे खुशबूकी तरह महेकता है,
दिलके विरानेमे गुलाबकी तरह खिलता है ,
मेरी तन्हाइमे बुल्बुलकी तरह चहेकता है,
कोन केहता है की तू और मै जुदा है?
तू मेरे वजुदमे लहू की तरह दोड़ता है।
सपना

Wednesday, April 29, 2009

तोहफा



तोहफा
दिलके सिवा कुछ नही मेरे पास ,
टूटे ख्वाबोके के सिवा कुछ नही मेरे पास।
दिल जो चाहता है तुज़े टुटके,
दिल जो मांगता है तुज़े कबसे,
दिल जो बीमार है तेरा कबसे,
दिल जो रोता है तेरी यादमे कबसे,
क्या तुज़े ऐसा दिल चाहिए ?
दिल जो कभी मेरा था वो नही,
तेरी चीज तुज़े लौटा रही हुं।
आजके दिनसे दिल मेरा तेरा हुआ।
सपना

Tuesday, April 28, 2009



ताज महल है
बावरा मन मेरा पागल है,
भटकता आवारा बादल है।
प्रेमका जवाब न मिला लब्जोमे,
कया इतना पेचीदा सवाल है?
फिरसे अफसाना लिखेंगे अपना,
जो बीत गया वोह कल है।
तेरी सांसो की खुश्बुसे महेकता,
मेरी जिन्दगीका हर पल है।
इंट पथरका सही अपना घरोंदा,
अपना तो यह ताज महल है।
संभलके कदम रखना इस पर,
सपनाका दिल कबसे घायल है।

सपना मर्चंट

Sunday, April 26, 2009



मस्त मस्त
खुदाने बनाई यह दुनिया मस्त मस्त,
आसमां तेरा, ज़मीन तेरी मस्त मस्त।
तुज़े सोंचा करेंगे, तुजे चाहा करेंगे,
जिना है हमको बनके मस्त मस्त।
जन्न्तसे कैसे मुख्तलिफ होंगी यह,
दुनियाको जन्नत बनायेंगे मस्त मस्त ।
कोई कैसे बुजायेगा शमा-ऐ- रूहको,
उजाला करेंगे जलके भी मस्त मस्त।
दुआका हक दिया तुने मखलुकको,
दुआके लिए हाथ उठाएंगे मस्त मस्त ।
क्यों न तवक्को करुं मै तुज पर,
तुही ज़िन्दगी,तुही दुनिया है मस्त मस्त।
सपना खुश होजा अपने सवाल पर,
आयेगा उनका जवाब मस्त मस्त।
सपना मर्चंट

Saturday, April 25, 2009

कमी




कमी
तूजसे मीलकर और भी यकता हुई ,
जिंदगीकी जो कमी थी अब पता हुई।
बसरनेको तो बसर ही जायेगी जिंदगी,
दिन-रातकी गिनती अब यकसा हुई।
कतरा कतरा मीलाके दरीया रवां हुआ,
ऐ रंज अब तो रुक जा, काफ़ी बरखा हुई।
जिसे समजते थे तुम छोटीसी बात ,
मेरे लिए जाने क्यो वोह दो जहां हुई।
ऐ मेरे ख़ुदा तू ख़फा न होना मुजसे ,
तुजसे पहले उनकी याद बारहा हुई।
दिलके दामनपे हज़ारो पैबंद लगे है,
उसे बचानेकी तरकिबे जसता हुई।
मौतकी दुआ करना छोड़ दिया हमने,
जूजू दुआ की उमर और इजाफ़ा हुई।
सपना छोड़ दुनियाके रंजोगमको,
तेरे एक इशारेपे फीर जिंदा हुई।
सपना

Friday, April 24, 2009


जन्न्तकी सैर करके आई मैं
मेरा मेहताब ,मेरा आफताब छोडके आई हुं मैं ,
अब तारीकी है जीवनमे, रोशनी छोडके आई हुं मैं ।
अब उगलले जीतना ज़हर है तुजमे ऐ ज़माने ,
उनके आबे -हयात शिरी होठोको चुमके आई हुं मैं ।
कुछ भी न रहा याद मुझे महोबतके सीवा,
उनके दिलसे मेरा दिल जोडके आई हुं मैं
अब नही छुएगे मुझे ताने तीर और खंज़र ,
तेरी महोबतका बकतर ओढ्के आई हुं मैं ।
दिलकी बातोपे तवज्जो दी हमने ऐ, खुदा,
अब जहेनको अनसुना करके आई हुं मैं
तुजे पता नही शायद तेरे छुनेसे जी उठी हुं मैं,
एक साथ कई जिन्दिगिया जी आई हुं मैं.
वोह समंदरका किनारा ,वोह तेरे हाथोमे मेरा हाथ,
मानो या ना मानो ज़न्नत की सैर करके आई हु मैं .
कभी तेरी यादमे हँसना,कभी तेरी यादमे रोना,
लगता है खुदको दीवाना करके आई हुं मैं
अब नही ये सुनहरे सपने मेरे तन्हा,
तेरी आँखोमे एक सपना छोडके आई हुं मैं .
सपना



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Thursday, April 23, 2009

याद

ऐ दिल ज़रा चैन तो पाले,
कितना तडपेगा उनकी यादमे ?
ऐ दिल ज़रा सांस तो लेले,
कितना सिसकेगा उनकी यादमे?

तन्हाईका सफर ख़तम नही होता,
गमका यह मोसम ख़तम नही होता,
प्यारने तो दामन छोड़ दिया कबका,
नफ़रतका यह आलम ख़तम नही होता।

खुदा करे मेरी जुदाईका असर हो तुम पर,
खुदा करे तू भी मिलनेको तरसे ,
खुदा करे तेरा दिल भी बेकरार हो,
खुदा करे तेरी आँखे भी बरसे ।

Sunday, April 5, 2009

आँखे


आँखे

सिनेके पार उतर जाती है वोह आँखे,
जीने नही देती है वोह आँखे।
कितने फासले है तेरे मेरे बिच,
फिरभी देखती रेहती है वोह आँखे।
चुपके चुपके बाते करती है,
जाने क्यों मुस्कुराती है वोह आँखे,
कर लुंगी इन ह्थेलियोसे बंध,
क्यों परेशां करती है वोह आँखे,
तेरी जुदाइमे रोती रेहती है यह आँखे,
क्या मेरी जुदाईमें भीगती है तेरी आँखे?
अब मिलूंगी तो कुछ न बोलूंगी में,
देखती हु क्या क्या बाते करती है वोह आँखे।
महोबत छलकाती है, प्यार जताती है,
कितने राज़ खोलती है वोह आँखे ।
ख़ुद तो कोई ख्वाब नही देखती,
"सपनाको " सपने दिखाती है वोह आँखे।
सपना

Sunday, March 29, 2009


तुम्हारे बिना

एक जिंदगी थी ,या एक रात थी ,
गुजार दी तुम्हारे बिना।
जैसे अमावसकी रात ,
गुज़र जाती है चाँदके बिना।
बेबस शम्मा बुज जाती है,
जैसे परवानेके बिना।
कोई खास बात है आज ,
आ जाओ इनकारके बिना।
मुझे पता है तुम नही आओगे ,
जीना है मुझे तुम्हारे बिना।
महोबतका दिन, या गमकी श्याम ,
गुजारना है तुम्हारे बिना।
तुम उदास न हो दिलबर ,
सिख लिया है जीना तुम्हारे बिना।
"सपना " उदास रहेती है,फिरभी
मुस्कुराती है तुम्हारे बिना।

सपना

Thursday, March 26, 2009

तेरी याद



चंद अशार
मुठ्ठी बंध कर लेनेसे हाथ नही आता,
तू हे इन हवाओकी तरह ,
रेत की तरह सरक जाता हे हाथसे,
तू हे मेरे नसीबोकी तरह।


दिलको बेहला जाती हे तेरी याद,
दिलको सहला जाती हे तेरी याद ,
तुजसे तो अच्छी हे तेरी याद
दिलको तनहा नही छोड़ती तेरी याद।


खारे पानीकी कमी नही,
आंखोसे बेतहाशा बरसते हे ,
कमी तो हे एक अमृतके बुंदकी ,
जो तेरी आंखोसे टपकता हे।

दिल अरमानोसे खाली सही,
तेरी महोबतसे खाली नही,
जिंदगी खुशिओसे खाली सही,
तेरी यादोसे खाली नही।


दिलकी वीरान बस्तीमे ,
एक खामोशी हे, सन्नाटा हे,
अपने सायेसे भी डरती हुं में,
दिल इतना तनहा हे।

Friday, March 20, 2009

मेरे दोस्त

- मेरे दोस्त -


अंधेरोसे उजालोकी तरफ़ लेके आए,
विरानोसे बहारकी तरफ़ लेके आए,
खुशियोमे साथ साथ चले मेरे ,
उदासीमे भी हाथ थामे रहे मेरे,
कह्तेहे की खुदाकी नेअमत होते हे
अल्लाहने जोली भरदी इनकी महोबतसे,
सूखे पतोके बीच वीरान सड्कोपे ,
बहार बनके साथ साथ चले मेरे,
मेरे उदास चहेरेपे मुस्कराहट बनके,
मेरे अंधेरोमे चिराग बनके चले ,
सपनाको महोबत करना सीखाया,
सपनाके सपनोको सच कर दिया,
अपनोसे भी ज़्यादा करीब रहे मेरे,
ऐसे हे मेरे अपने ,मेरे दोस्त।

सपना