Monday, June 1, 2009

बारीश






बारीश
आसमानके सिनेको हल्का कर गई,
मेरे दिलके बोज़को दुगना कर गई।
पत्तोकी आंखोको गीला गीला कर गई,
फुलोके सिनेके छेद्को गहेरा कर गई।
मेरे दिलके ज़ख्मोको ताज़ा कर गई।
यह बारिश सबकुछ तबाह कर गई।
सपना