Monday, June 1, 2009
Wednesday, May 20, 2009
तेरे लिए
तेरे लिये
चाँद सितारोसे उम्र मांगके लाइ हुं तेरे लिये,
फुलोसे ताजगी मांगके लाइ हुं तेरे लिये.
पंछिसे रागनी मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
बारीशसे नमी मांगके लाई हुं तेरे लिये।
लब्जोसे शायरी मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
जिंदगीसे सांसे मांग के लाइ हुं तेरे लिये।
खुदासे जान मांगके लाइ हुं तेरे लिये।
आंखोसे सपना मांगके लाइ हुं तेरे लिये.
सपना
Tuesday, May 19, 2009
Saturday, May 16, 2009
आदत
Thursday, May 14, 2009
Monday, May 11, 2009
Friday, May 8, 2009
याद
Wednesday, May 6, 2009
बात हो जाती है
Tuesday, May 5, 2009
मौत
Monday, May 4, 2009
मेरे दोस्त (ब्लोगके)
मेरे दोस्त (ब्लोगके)
दिलोकी हर सरगोशिया जानते है यह ,
अपनोसे छुपाया हुआ राज जानते है यह।
समजते थे कोई नही समजता हमें,
हमारी रंजो और गम बांटते है यह।
खुदाने अछा ज़रिया निकाला मिलानेका,
सबको एक ही मालामे बांधते है यह।
नहीं जानती कोन है,कहासे है यह,
बेनाम चहेरोसे दोस्ती निभाते है यह।
फरियाद सुनते है हर फ़रयादिकी,
दिलोके रोग पर मरहम लगाते है यह।
जरुरी नहीं चहेरा जुडा हो नामके साथ,
अनजाने चहरेपे जान छिड़कते है यह।
कोई तलत कोई पूजा तो कोई है काश,
मिलके महोबतका मज़हब निभाते है यह।
सपना न सोचा कर क्या लगते है यह,
अपने है ,अपनोके काम आते है यह।
सपना
Friday, May 1, 2009
Wednesday, April 29, 2009
तोहफा
Tuesday, April 28, 2009
ताज महल है
बावरा मन मेरा पागल है,
भटकता आवारा बादल है।
प्रेमका जवाब न मिला लब्जोमे,
कया इतना पेचीदा सवाल है?
फिरसे अफसाना लिखेंगे अपना,
जो बीत गया वोह कल है।
तेरी सांसो की खुश्बुसे महेकता,
मेरी जिन्दगीका हर पल है।
इंट पथरका सही अपना घरोंदा,
अपना तो यह ताज महल है।
संभलके कदम रखना इस पर,
सपनाका दिल कबसे घायल है।
सपना मर्चंट
Sunday, April 26, 2009
मस्त मस्त
खुदाने बनाई यह दुनिया मस्त मस्त,
आसमां तेरा, ज़मीन तेरी मस्त मस्त।
तुज़े सोंचा करेंगे, तुजे चाहा करेंगे,
जिना है हमको बनके मस्त मस्त।
जन्न्तसे कैसे मुख्तलिफ होंगी यह,
दुनियाको जन्नत बनायेंगे मस्त मस्त ।
कोई कैसे बुजायेगा शमा-ऐ- रूहको,
उजाला करेंगे जलके भी मस्त मस्त।
दुआका हक दिया तुने मखलुकको,
दुआके लिए हाथ उठाएंगे मस्त मस्त ।
क्यों न तवक्को करुं मै तुज पर,
तुही ज़िन्दगी,तुही दुनिया है मस्त मस्त।
सपना खुश होजा अपने सवाल पर,
आयेगा उनका जवाब मस्त मस्त।
सपना मर्चंट
Saturday, April 25, 2009
कमी
कमी
तूजसे मीलकर और भी यकता हुई ,
जिंदगीकी जो कमी थी अब पता हुई।
बसरनेको तो बसर ही जायेगी जिंदगी,
दिन-रातकी गिनती अब यकसा हुई।
कतरा कतरा मीलाके दरीया रवां हुआ,
ऐ रंज अब तो रुक जा, काफ़ी बरखा हुई।
जिसे समजते थे तुम छोटीसी बात ,
मेरे लिए जाने क्यो वोह दो जहां हुई।
ऐ मेरे ख़ुदा तू ख़फा न होना मुजसे ,
तुजसे पहले उनकी याद बारहा हुई।
दिलके दामनपे हज़ारो पैबंद लगे है,
उसे बचानेकी तरकिबे जसता हुई।
मौतकी दुआ करना छोड़ दिया हमने,
जूजू दुआ की उमर और इजाफ़ा हुई।
सपना छोड़ दुनियाके रंजोगमको,
तेरे एक इशारेपे फीर जिंदा हुई।
सपना
Friday, April 24, 2009
जन्न्तकी सैर करके आई मैं
मेरा मेहताब ,मेरा आफताब छोडके आई हुं मैं ,
अब तारीकी है जीवनमे, रोशनी छोडके आई हुं मैं ।
अब उगलले जीतना ज़हर है तुजमे ऐ ज़माने ,
उनके आबे -हयात शिरी होठोको चुमके आई हुं मैं ।
कुछ भी न रहा याद मुझे महोबतके सीवा,
उनके दिलसे मेरा दिल जोडके आई हुं मैं
अब नही छुएगे मुझे ताने तीर और खंज़र ,
तेरी महोबतका बकतर ओढ्के आई हुं मैं ।
दिलकी बातोपे तवज्जो दी हमने ऐ, खुदा,
अब जहेनको अनसुना करके आई हुं मैं
तुजे पता नही शायद तेरे छुनेसे जी उठी हुं मैं,
एक साथ कई जिन्दिगिया जी आई हुं मैं.
वोह समंदरका किनारा ,वोह तेरे हाथोमे मेरा हाथ,
मानो या ना मानो ज़न्नत की सैर करके आई हु मैं .
कभी तेरी यादमे हँसना,कभी तेरी यादमे रोना,
लगता है खुदको दीवाना करके आई हुं मैं
अब नही ये सुनहरे सपने मेरे तन्हा,
तेरी आँखोमे एक सपना छोडके आई हुं मैं .
सपना
,
Thursday, April 23, 2009
याद
ऐ दिल ज़रा चैन तो पाले,
कितना तडपेगा उनकी यादमे ?
ऐ दिल ज़रा सांस तो लेले,
कितना सिसकेगा उनकी यादमे?
तन्हाईका सफर ख़तम नही होता,
गमका यह मोसम ख़तम नही होता,
प्यारने तो दामन छोड़ दिया कबका,
नफ़रतका यह आलम ख़तम नही होता।
खुदा करे मेरी जुदाईका असर हो तुम पर,
खुदा करे तू भी मिलनेको तरसे ,
खुदा करे तेरा दिल भी बेकरार हो,
खुदा करे तेरी आँखे भी बरसे ।
ऐ दिल ज़रा चैन तो पाले,
कितना तडपेगा उनकी यादमे ?
ऐ दिल ज़रा सांस तो लेले,
कितना सिसकेगा उनकी यादमे?
तन्हाईका सफर ख़तम नही होता,
गमका यह मोसम ख़तम नही होता,
प्यारने तो दामन छोड़ दिया कबका,
नफ़रतका यह आलम ख़तम नही होता।
खुदा करे मेरी जुदाईका असर हो तुम पर,
खुदा करे तू भी मिलनेको तरसे ,
खुदा करे तेरा दिल भी बेकरार हो,
खुदा करे तेरी आँखे भी बरसे ।
Sunday, April 5, 2009
आँखे
आँखे
सिनेके पार उतर जाती है वोह आँखे,
जीने नही देती है वोह आँखे।
कितने फासले है तेरे मेरे बिच,
फिरभी देखती रेहती है वोह आँखे।
चुपके चुपके बाते करती है,
जाने क्यों मुस्कुराती है वोह आँखे,
कर लुंगी इन ह्थेलियोसे बंध,
क्यों परेशां करती है वोह आँखे,
तेरी जुदाइमे रोती रेहती है यह आँखे,
क्या मेरी जुदाईमें भीगती है तेरी आँखे?
अब मिलूंगी तो कुछ न बोलूंगी में,
देखती हु क्या क्या बाते करती है वोह आँखे।
महोबत छलकाती है, प्यार जताती है,
कितने राज़ खोलती है वोह आँखे ।
ख़ुद तो कोई ख्वाब नही देखती,
"सपनाको " सपने दिखाती है वोह आँखे।
सपना
Sunday, March 29, 2009
तुम्हारे बिना
एक जिंदगी थी ,या एक रात थी ,
गुजार दी तुम्हारे बिना।
जैसे अमावसकी रात ,
गुज़र जाती है चाँदके बिना।
बेबस शम्मा बुज जाती है,
जैसे परवानेके बिना।
कोई खास बात है आज ,
आ जाओ इनकारके बिना।
मुझे पता है तुम नही आओगे ,
जीना है मुझे तुम्हारे बिना।
महोबतका दिन, या गमकी श्याम ,
गुजारना है तुम्हारे बिना।
तुम उदास न हो दिलबर ,
सिख लिया है जीना तुम्हारे बिना।
"सपना " उदास रहेती है,फिरभी
मुस्कुराती है तुम्हारे बिना।
सपना
Thursday, March 26, 2009
तेरी याद
चंद अशार
मुठ्ठी बंध कर लेनेसे हाथ नही आता,
तू हे इन हवाओकी तरह ,
रेत की तरह सरक जाता हे हाथसे,
तू हे मेरे नसीबोकी तरह।
दिलको बेहला जाती हे तेरी याद,
दिलको सहला जाती हे तेरी याद ,
तुजसे तो अच्छी हे तेरी याद
दिलको तनहा नही छोड़ती तेरी याद।
खारे पानीकी कमी नही,
आंखोसे बेतहाशा बरसते हे ,
कमी तो हे एक अमृतके बुंदकी ,
जो तेरी आंखोसे टपकता हे।
दिल अरमानोसे खाली सही,
तेरी महोबतसे खाली नही,
जिंदगी खुशिओसे खाली सही,
तेरी यादोसे खाली नही।
दिलकी वीरान बस्तीमे ,
एक खामोशी हे, सन्नाटा हे,
अपने सायेसे भी डरती हुं में,
दिल इतना तनहा हे।
Friday, March 20, 2009
मेरे दोस्त
- मेरे दोस्त -
अंधेरोसे उजालोकी तरफ़ लेके आए,
विरानोसे बहारकी तरफ़ लेके आए,
खुशियोमे साथ साथ चले मेरे ,
उदासीमे भी हाथ थामे रहे मेरे,
कह्तेहे की खुदाकी नेअमत होते हे
अल्लाहने जोली भरदी इनकी महोबतसे,
सूखे पतोके बीच वीरान सड्कोपे ,
बहार बनके साथ साथ चले मेरे,
मेरे उदास चहेरेपे मुस्कराहट बनके,
मेरे अंधेरोमे चिराग बनके चले ,
सपनाको महोबत करना सीखाया,
सपनाके सपनोको सच कर दिया,
अपनोसे भी ज़्यादा करीब रहे मेरे,
ऐसे हे मेरे अपने ,मेरे दोस्त।
सपना
अंधेरोसे उजालोकी तरफ़ लेके आए,
विरानोसे बहारकी तरफ़ लेके आए,
खुशियोमे साथ साथ चले मेरे ,
उदासीमे भी हाथ थामे रहे मेरे,
कह्तेहे की खुदाकी नेअमत होते हे
अल्लाहने जोली भरदी इनकी महोबतसे,
सूखे पतोके बीच वीरान सड्कोपे ,
बहार बनके साथ साथ चले मेरे,
मेरे उदास चहेरेपे मुस्कराहट बनके,
मेरे अंधेरोमे चिराग बनके चले ,
सपनाको महोबत करना सीखाया,
सपनाके सपनोको सच कर दिया,
अपनोसे भी ज़्यादा करीब रहे मेरे,
ऐसे हे मेरे अपने ,मेरे दोस्त।
सपना
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